कभी भी अमावस, ग्रहण या किसी भी बुरे महूर्त के समय नहीं मिलना चाहिए. मंगल व केतु के केतु दुष्प्रभाव से होने वाले दोष के लिए रक्तदान करें। बिना जोड़ का चांदी का छल्ला पहन लें। एक और अच्छा मंत्र है “ॐ ठः ठः ठः ठः *स्त्री का नाम* वशमा https://freekundli68367.anchor-blog.com/13585897/world-famous-aghori-goldie-madan-fundamentals-explained